☆ हदीस: हज़रत अब्दूल्लाह बिन मसूद (रज़ी यल्लाहु अन्हु) फ़रमाते हैं कि रसूलुल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने इर्शाद फ़रमाया : जब अल्लाह तआला किसी बन्दे के साथ भलाई का इरादा फ़रमाते हैं, तो उसे दीन की समझ अता फ़रमाते हैं और सही बात उसके दिल में डालते हैं | (मज्मउज़्ज़वाइद)
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