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Thursday, February 1, 2024

♡ हदीस: हज़रत अनस बिन मालिक (रज़ी यल्लाहु अन्हु) ब्यान करते हैं कि रसूलुल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने इर्शाद फ़रमाया : मुझे तमन्ना है कि मैं अपने भाईयों से मिलता । सहाबा (रज़ी यल्लाहु अन्हुम) ने अर्ज़ किया: क्या हम आप के भाई नहीं हैं ? आप (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) ने इर्शाद फ़रमाया : तुम तो मेरे सहाबा हो और मेरे भाई वे लोग हैं, जो मुझे देखे बगैर मुझ पर ईमान लाएंगे । (मुसनद अहमद: 155/3)

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