हदीस: रसूलुल्लाह ﷺ ने फर्माया: जब सूरज निकलता है, तो उसके दोनों जानिब दो फरिश्ते रोज़ाना एलान करते हैं: ऐ लोगो ! अपने रब की तरफ मुतवज्जेह हो जाओ जो माल थोड़ा हो और वह काफी हो जाए, वह बेहतर है, उस ज़ियादा माल से जो अल्लाह तआला के अलावा दूसरी चीज़ मेँ मशग़ुल करदे । (मुस्नदे अहमद: 21214) |
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