★ क़ुरआनी आयत तर्जुमा ★
☆ अल्लाह तआला ने रसूलुल्लाह ﷺ से इर्शाद फ़रमाया: आप फ़रमा दीजिए कि बेशक मेरी नमाज़ और मेरी हर इबादत, मेरा जीना और मरना, सब कुछ अल्लाह तआला ही के लिए है जो सारे जहां के पालने वाले हैं । (अनआम: 162)
Showing posts with label नमाज़. Show all posts
Showing posts with label नमाज़. Show all posts